पेज
(यहां ले जाएं ...)
मुखपृष्ठ
परिचय
दीर्घा
प्रकाशन
▼
बुधवार, 30 दिसंबर 2009
हाइकु
›
डॉ.लाल रत्नाकर बहादुर थे सामने कमजोरों के झुक रहे आराम तुम्हे मिल जायेगा इस दुःख से आगे वह माहिर थे बड़े निठल्लू से बैठे रहत...
शुक्रवार, 25 दिसंबर 2009
जवान एसा जिससे बुढ़ापा भी शरमाता है |
›
हाइकु डॉ.लाल रत्नाकर बस्तियां जलीं वह बेखबर है बटोर कर दौलत बड़ी कमाई नहीं लूटी सत्ता नसीन करदे माफ़ जमाना लेकिन...
रविवार, 20 दिसंबर 2009
जी मैंने हाइकु लिखना शुरू......................................
›
"जी मैंने हाइकु लिखना शुरू किया है यह मेरा पहला हाइकु है. इसकी शुरुआत श्री कमलेश भट्ट कमल के घर 'हाइकु दिवस' पर आयोजित कार्य...
हाईकू
›
हाईकू डॉ.लाल रत्नाकर ढिबरी जला किताबें उठा कर पढाई की है कहानी सुना दादी माँ ने आदमी बना दिया है उनसे पूछो तरक्की क्...
‹
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें