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मंगलवार, 26 जनवरी 2010
हाइकु
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डॉ.लाल रत्नाकर ना जो अमर कभी था, न ही होगा फिर तड़प || यद्यपि सच वह नहीं होता है जो दिखाई दे || उसको क्या है जिसकी परछा...
शुक्रवार, 22 जनवरी 2010
हाइकु - डॉ.लाल रत्नाकर
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कोहरा छाया जब शाम हुई थी मै दिल्ली में था | सोचा भी नहीं मुश्किल है चलना कोहरे में भी |
1 टिप्पणी:
गुरुवार, 14 जनवरी 2010
आज हमने तुम्हारे लिए एक सपना बुना |
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डॉ.लाल रत्नाकर आज हमने तुम्हारे लिए एक सपना बुना | सुनोगी रात सपनों में तुम्हे जगाता रहा | उनके घर जब लूट मची थी लुटेरे सब ...
शुक्रवार, 1 जनवरी 2010
नया सवेरा नूतन वर्ष लाया २०१० को .
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हाइकु डॉ.लाल रत्नाकर नया सवेरा नूतन वर्ष लाया २०१० को . हाल बेहाल खुशियों से भरा है नवीन साल . आप सबको मुबारक हो नया ख़ुशी ...
5 टिप्पणियां:
बुधवार, 30 दिसंबर 2009
हाइकु
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डॉ.लाल रत्नाकर बहादुर थे सामने कमजोरों के झुक रहे आराम तुम्हे मिल जायेगा इस दुःख से आगे वह माहिर थे बड़े निठल्लू से बैठे रहत...
शुक्रवार, 25 दिसंबर 2009
जवान एसा जिससे बुढ़ापा भी शरमाता है |
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हाइकु डॉ.लाल रत्नाकर बस्तियां जलीं वह बेखबर है बटोर कर दौलत बड़ी कमाई नहीं लूटी सत्ता नसीन करदे माफ़ जमाना लेकिन...
रविवार, 20 दिसंबर 2009
जी मैंने हाइकु लिखना शुरू......................................
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"जी मैंने हाइकु लिखना शुरू किया है यह मेरा पहला हाइकु है. इसकी शुरुआत श्री कमलेश भट्ट कमल के घर 'हाइकु दिवस' पर आयोजित कार्य...
हाईकू
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हाईकू डॉ.लाल रत्नाकर ढिबरी जला किताबें उठा कर पढाई की है कहानी सुना दादी माँ ने आदमी बना दिया है उनसे पूछो तरक्की क्...
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