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शुक्रवार, 14 मार्च 2025
चतरू तेरी चतुराई का हाल सुनाऊँ कैसे !
चतरू तेरी
चतुराई का हाल
सुनाऊँ कैसे !
जब जब तू
चतुराई करता
पता चलता !
काम तुम्हारा
चालाकी का सबको
पता चलता !
नहीं भरोसा
कोई करता तेरा
कैसे कर लू!
मनसूबे को
होगा तोड़ना तेरा
हर हालात !
डॉ लाल रत्नाकर
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