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दीर्घा
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गुरुवार, 20 मार्च 2025
अनवरत जो जहरीला पदार्थ बनाता जाता।
अनवरत जो
जहरीला पदार्थ
बनाता जाता।
जमीन जल
माटी ताप गगन
अभिमान से।
सम्मान बेचा
जमीर जमीन भी
मान इमान।
नहीं भरोसा
उनके प्रति कोई
किसी को नहीं।
नाता मुझसे
उसका कहना है
बेईमान हो।
-डॉ लाल रत्नाकर
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