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सोमवार, 24 फ़रवरी 2025
दिवानगी है अगर दिल में ही मोहब्बत है।
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दिवानगी है अगर दिल में ही मोहब्बत है। चलो निकलो सितम सहकर खिलाफत में। दुश्मन देश आ गया भीतर ही उनके लिए। जिसको माना भगवान लाया है तुम्...
शनिवार, 22 फ़रवरी 2025
नंगापन है गंजापन है बुद्धि कहां तुम्हारी।
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हाइकु एक विधा है अभिव्यक्ति की जो इस विधा को समझते हैं उन्हें बहुत आनंद आता है वह शब्दों की मीनिंग भी समझते हैं और उसकी प्रतीकात्मकता भी। ...
शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2025
कठमुल्ले हो गेरुआ लिबास में आईना देख।
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कठमुल्ले हो गेरुआ लिबास में आईना देख। नफरत भी कठमुल्ला निशानी पहचान यही। पोंगा पंडित घोंघा बसंत संत अंत कहां है। कहता धर्म करता जाता काम अ...
दौरे जाहिल का यह समय है पद कोई हो।
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आईए यहां संसद के बाहर फुटपाथ पे। सभ्यता खड़ी इंतजार करी है जुमलेबाजी। करो आप भी अपने जीवन में मौका भी तो है। अवसर की आपदा में जरूर लाभ लेन...
रविवार, 16 फ़रवरी 2025
तमस पर बहस कैसी होगी जुमले बाजी।
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तमस पर बहस कैसी होगी ...
संत वासंती रंग बिरंगा वेश बदरंगा है।
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संत वासंती रंग बिरंगा वेश बदरंगा है। नारंगी रोल मन वचन तोल सच न बोल। प्लास्टिक है ये असली अहसास नकली जैसे। ख़ान पान में जीवन एहसास कैसा...
खौफजदा है अवाम आपदा में अवसर के !
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खौफजदा है अवाम आपदा में अवसर के ! सत्ता में बैठा निरंकुश शासक डरता नहीं ! मौत से वह भयभीत नहीं है कहता ऐसा ! मर रहे हैं लोग अकारथ जो ...
शनिवार, 15 फ़रवरी 2025
प्रेम संगत मंगल सुसंगत क्षोभ उनका।
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प्रेम संगत मंगल सुसंगत क्षोभ उनका। हृदय तल सुकोमल प्रवास एहसास हो। अन्यथा दोष मढ़ना आसान है अभिमान है। अज्ञानता से प्रबल तन मन उप...
गुरुवार, 13 फ़रवरी 2025
क्या वह गया भयभीत होकर डर गया है।
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क्या वह गया भयभीत होकर डर गया है। या व्यापार का व्यभिचार उनका खींच ले जाना। मुमकिन है मसले और भी हो मन उनका। चंचल तो हैं अंकुश उनपर कौन लग...
जीत जाऐगा हारकर वह भी मंसूबे कैसे !
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जीत जाऐगा हारकर वह भी मंसूबे कैसे ! भला उनका कौन करेगा अब भीख देकर हल्ला बोलना मुनासिब नहीं है उसके साथ ! कौन रहेगा कब तक रहेगा वहां...
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