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दीर्घा
प्रकाशन
शनिवार, 19 जुलाई 2025
तेरे राज्य में
तेरे राज्य में
कौन सुरक्षित है
बताओ जरा !
तुम्हारे साथी
जो जो अपराधी हैं
उनके सिवा !
बहुत सारे
अपराधी बैठे हैं
तुम्हारे यहाँ !
कल तक तो
तुम्हारे बयानों में
जो जो आते थे !
वह लुटेरे
जिन्हें तुम पाले हो
सरकारों में !
-डॉ लाल रत्नाकर
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