कौन है हिंदू है कौन मुसलमान इंशा कौन है!
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दीर्घा
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रविवार, 23 मार्च 2025
समय साथ देता अगर मेरा इतना बड़ा।
समय साथ
देता अगर मेरा
इतना बड़ा।
शिष्यत्व होता
कुटुंब ज्ञान का ही
नए विधान।
हम रचते
युग ऐतिहासिक
गढ़ते ऐसा।
रोजगार के
स्वार्थ चढ़ा यौवन
क्रिएशन का।
नहीं कोई है
युग निर्माता अब
सब हो भक्त।
डॉ.लाल रत्नाकर
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