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दीर्घा
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गुरुवार, 24 अप्रैल 2025
संविधान को धता बताकर वो मनुवाद से।
संविधान को
धता बताकर वो
मनुवाद से।
देश चलाता
जुमले भी सुनाता
बहकाता है।
बाबा साहब
इनको जानते थे
तभी उन्होंने।
संविधान में
दी है व्यवस्था सारी
चालाकी पर।
नहीं मानती
बहुजन जनता
संविधान को।
-डॉ लाल रत्नाकर
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