गुरुवार, 24 अप्रैल 2025

दंगा कराना नफ़रत भरना जिसका काम !



दंगा कराना  
नफ़रत भरना 
जिसका काम !

करता राम 
काटता जेब धर्म 
बता कर जो !

अधर्म यंत्र 
ही है जीवन मंत्र 
हजारो साल !

खाता है मुफ्त 
भूखों भक्तों से सदा 
खता किसकी !

ज़रा समझो 
तब दशा अपनी
अब समझो !  

डॉ. लाल रत्नाकर

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