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दीर्घा
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बुधवार, 7 मई 2025
हमला कर क्या यह मैसेज है जनमत का।
हमला कर
क्या यह मैसेज है
जनमत का।
जनमत को
सहमत करना
चाल रही है।
हत्या करना
नहीं भरोसा अब
सत्ताधीशों का।
आम आदमी
खुश हो ही जाएगा
देशभक्ति पे।
नहीं पता है
हत्या किसकी होगी
चाल रही है।
-रत्नाकर
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