रविवार, 16 फ़रवरी 2025

खौफजदा है अवाम आपदा में अवसर के !



खौफजदा है 
अवाम आपदा में 
अवसर के !

सत्ता में बैठा 
निरंकुश शासक 
डरता नहीं !

मौत से वह 
भयभीत नहीं है 
कहता ऐसा !

मर रहे हैं 
लोग अकारथ जो 
कहाँ है पता !

जब आयोग 
बना अयोग्य लोगों 
का जमघट !

सत्ता में बना 
रहना है अगर तो 
चुनो अपना !

- डॉ लाल रत्नाकर

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