खौफजदा है
अवाम आपदा में
अवसर के !
सत्ता में बैठा
निरंकुश शासक
डरता नहीं !
मौत से वह
भयभीत नहीं है
कहता ऐसा !
मर रहे हैं
लोग अकारथ जो
कहाँ है पता !
जब आयोग
बना अयोग्य लोगों
का जमघट !
सत्ता में बना
रहना है अगर तो
चुनो अपना !
- डॉ लाल रत्नाकर
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