भगवान को
मानो न मानो तुम
अधिकार है।
शिक्षा का हक
सबको करो विचार
यही आधार।
चलो बसाएं
गांव ऐसा सपना
होए साकार।
आग बबूला
होना नहीं दुश्मन
लगाए आग।
-डॉ लाल रत्नाकर
डॉ लाल रत्नाकर
जागेगा कब
कुर्मी समाज अब
दारोमदार!
मंडल का है
कमंडल का भी है
परिवर्तन।
जमीन नहीं
जमीर का सवाल
सामने अब।
समाजहित
भाड़ में चला जाए
सत्ता के लिए।
डॉ.लाल रत्नाकर