कौन है हिंदू है कौन मुसलमान इंशा कौन है!
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दीर्घा
प्रकाशन
शनिवार, 1 मार्च 2025
असहज हो तो सहज हो जाओ समय कहे।
असहज हो
तो सहज हो जाओ
समय कहे।
सहज और
असहज के मध्य
फर्क करना।
आसान नहीं
है फैसला करना
इस समय।
किस समय
की बात करते हैं
कुटिल कहां!
विश्वास कहां
आज के माहौल में
बताओ जरा!
- डॉ लाल रत्नाकर
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