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दीर्घा
प्रकाशन
रविवार, 15 जून 2025
दुनिया भर अपमान सहना आसान नहीं।
दुनिया भर
अपमान सहना
आसान नहीं।
क्या लाया लाला
किसका सिंदूर यहां
विधवाओं को।
तुम्हें बताएं
तेरा सच सच है
कौन बताए।
तुमने रचा
हत्या कर कराके
चुनाव हेतु।
अभियान से
तो एसा ही लगता
सबने जाना।
- डॉ लाल रत्नाकर
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