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दीर्घा
प्रकाशन
मंगलवार, 10 जून 2025
भामाशाह है तानाशाह तो नहीं तानाशाह है।
भामाशाह है
तानाशाह तो नहीं
तानाशाह है।
कौन कहता
अब ऐसा नहीं है
मानो न मानो।
तानाशाह है
तानाशाही करेगा
डरेगा लोक।
तुम डरोगे
कौन कह रहा है
तानाशाह से।
मरोगे तुम
संविधान मारेगा
तानाशाह को।
-डॉ लाल रत्नाकर
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