बुधवार, 18 जून 2025

सबका साथ उनका विनाश है जो जो साथ हैं !


सबका साथ 
उनका विनाश है 
जो जो साथ हैं !

यदि वह हैं 
दलित पिछड़े या 
अल्पसंख्यक !

किसका साथ 
पूंजीपतियों का या 
आमआदमी !

आत्मनिर्भर 
नाली की गैस जला  
चाय बेचते !

प्रतीक कैसा 
अंधविश्वास का या 
चमत्कार का !

-रत्नाकर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें