डॉ.लाल रत्नाकर
सुबह ५ पै
टीवी खोला चैनल
आस्था लगाया .
बाबा जी बोल
रहे थे खेलों पर
कामनवेल्थ .
गुलाम देश
खेलेंगे खेल कैसा
रानी की लूट.
जिमने और
जीभर जिमाने की
७० हज़ार .
कारोनों लूटो
महारानी के गाओ
गीत खेल में .
गुलाम बनो
लूटो देश और वो
दौलत जिसे .
शिक्षा बढ़ाते
विश्वविद्यालय में
लगाते पर .
कलमाड़ी के
कलमाड़ी के
कारनामें महान
देश वासियों .
देश वासियों
करो गुमान वह
रानी नहीं है .
महारानी की
तरह देश पर
वह काबिज .
राष्ट्रभक्तों की
कहानी समझ से
बहुत दूर .
ई अनहोनी
घटना होगी यदि
खेल खेल में .
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