यह संदेश
पहुँचाना उनको
जो भी सोये हैं।
जगाना तो है
जो गहरी नींद में
अब तक हैं।
बडी उम्मीद
उनसे लगाये हैं
भरमाये हैं।
नाता तोड़ दो
भरमना छोड दो
अपने लिए।
हमारी बात
मानो अगर तुम
पीना छोड दो।
डॉ.लाल रत्नाकर
देश हमारा
हम सबका देश
तुम्हारा कैसे ?
झूठ बोलना
जुमले ही करना
कैसा पाप है ?
किसका बाप
अपने बेटे का या
अंधभक्तों का ?
राष्ट्रपिता है
कौन बनाया ट्रम्प
तो विदेशी है ।
भक्त बनाया
जुमले सुनाकर
भरमाया है।
डॉ लाल रत्नाकर
कौन है हिंदू
कौन मुसलमान
इंशा कौन है!
भक्त जनों के
सुर तो मधुर है
मन हैं काले!
देश जाति का
अभिमान नहीं है
केवल लूट।
ऐसे कैसे हैं
शासक मेरे तेरे
कौन बनाया।
कैसे बने हो
पता तुम्हें है कैसे
शासक जो हो।
डॉ.लाल रत्नाकर
चलो माना कि
तुम्हें हमने चुना
किसके लिए।
तुमने हद
पार कर दी क्यों
उसके लिए।
सही चुनाव
अगर हुआ होता
तो कैसे आते।
गलत हुआ
यह कौन जानता
तेरी योजना।
उपाय तेरा
होगा ही हटाने का
तुम्हारे पास।
डॉ.लाल रत्नाकर