गुरुवार, 5 दिसंबर 2013

हमारे हितैषी

डॉ.लाल रत्नाकर

वे हमारे हैं 
हितैषी मैं उनके 
काम आता हूँ 


आपने क्या 

ऐसे हितैषी देखे 
जो चाटते हों 


नहीं उनका 

कोई दोष नहीं है 
होश नहीं है 


अब तक तो 

सब ठीक लेकिन 
आगे क्या है 






साथ दिखना

साथ दिखना 
और बात है पर
साथ होना भी 



आपका होना 

और बात है पर 
न होना साथ 




उनके साथ 

कहाँ थे वे गलत 
अपने साथ 



उन सबने 

सब कुछ जितना 
उतना नहीं 



@ डा लाल रत्नाकर