शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

इंशा कौन है!


कौन है हिंदू 
कौन मुसलमान
इंशा कौन है!



भक्त जनों के
सुर तो मधुर है
मन हैं काले!


देश जाति का
अभिमान नहीं है
केवल लूट।



ऐसे कैसे हैं
शासक मेरे तेरे
कौन बनाया।



कैसे बने हो
पता तुम्हें है कैसे
शासक जो हो।


डॉ.लाल रत्नाकर

सही चुनाव अगर हुआ होता


चलो माना कि
तुम्हें  हमने चुना
किसके लिए।


तुमने हद
पार कर दी क्यों
उसके लिए।


सही चुनाव
अगर हुआ होता
तो कैसे आते।


गलत हुआ
यह कौन जानता
तेरी योजना।


उपाय तेरा
होगा ही हटाने का
तुम्हारे पास।

डॉ.लाल रत्नाकर