शुक्रवार, 9 अप्रैल 2010

बेईमान की, सूरत देखी आप, दिखता नहीं

डॉ.लाल रत्नाकर

सुन्दर घर
मन सुन्दर तो हो
मत चुसो खूं

खाना खाकर
धोखा नहीं करते
नमक खाया

किसका रक्त
चूसा तुमने जब
उन सबका

गरीब होना
उतना बुरा नहीं
जितना चोर

बड़े से बड़े
ईमानदारी कहाँ
करते होंगे



क्योंकि इमान
और बेईमान का
ताल्लुक नहीं

दोनों से मिला
उतना ही भरोसा
पर इमान

ईमानदार
तो ईमानदार ही
होता है भाई

बेईमान की
सूरत देखी आप
दिखता नहीं

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