गुरुवार, 29 अप्रैल 2010

तुम्हारी दशा

डॉ.लाल रत्नाकर

नयी दुनिया 
पुरानी दुनिया से 
सुरक्षित है 


कह सकते 
हो तो कह दो पर 
इतना सच 


कह सकने 
का माद्दा है तुममे
तो कह ही दो 


जमीन पर 
चलना आता होगा 
तभी उड़ना


अभी तक तो 
हम यही समझे 
पर तुम्हारा 


क्या कहना है 
उनको ज़माने में 
तुम्हारी दशा    

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